शनि की साढ़ेसाती के नाम से ही हर कोई अनिष्ट की आशंका से डर जाता है, परंतु यह सही नहीं है। आपकी जन्म कुंडली में शनि देव किस घर में विराजमान है और वो मित्र राशि मैं है या शत्रु राशि मैं है, उनके साथ अगर कोई ग्रह भी उसी घर मैं है उनसे शनिदेव का संबंध मित्र या शत्रु का है, यह भी साथ में देखा जाता है।
इसके अतिरिक्त शनिदेव की दृष्टि आपकी कुंडली के किस भाव पर पड़ रही है और किस ग्रह की दृष्टि शनिदेव पर पड़ रही है। इस के अतिरिक्त वर्तमान में आपकी किस ग्रह की महादशा या अंतर्दशा चल रही है, इन सब बातो को भी ध्यान में रखकर शनि की साढ़ेसाती का विश्लेषण किया जाता है।
अगर आपके ऊपर इस समय शनिदेव की साढ़ेसाती या ढैया चल रहा है और आप आर्थिक तंगी, बीमारी या किसी किस्म की परेशानी का अनुभव कर रहे है तो शनिदेव की साढ़ेसाती को दूर करने के कुछ सरल उपाय नीचे दिए गए है, आप उन्हें आजमा के देखिए, निश्चित ही आप राहत का अनुभव करेंगे।
शनि की साढ़ेसाती दूर करने के उपाय
1.काले घोड़े की नाल की अंगूठी बनवा कर शनिवार को धारण करें अथवा पुरानी नाव की कील की अंगूठी भी धारण कर सकते है।
2. शनिवार के दिन रोटी पर सरसो का तेल चुपड़ कर काले कुत्ते को खिलाए।
3. काले चने या बेसन की बनी वस्तुएं गरीबों को खिलाए।
4. काला कम्बल या जूते शनिवार के दिन किसी गरीब को दान मैं दे।
5.शनिवार के दिन किसी सफाई कर्मी को कुछ पैसे या यथा शक्ति जो भी आप की श्रद्धा हो वो करें जैसे उसे चाय पिला सकते है या खाना खिला सकते है और भूल कर भी किसी सफाई कर्मी का अपमान कदापि न करे।
6.किसी योग्य ज्योतिषी की सलाह से नीलम या इसका उपरत्न नीली धारण करे। इसे धारण करने से पहले किसी योग्य ज्योतिषी से जानकारी अवश्य ले ले कि ये रत्न या उपरत्न आपको डालना है या नही।
शनिदेव न्याय के देवता है और ऐसा विश्वास रखियेगा की आप के साथ कुछ भी गलत नही होगा।
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